Jun 41 minतुम्हारी यादेंदिन में हिम्मत होती नहीं तुम्हारी यादों की, मेरी रोशनी को वो बेरंग कर सके पर ढलती शामों के साथ जब हलचल मंद हो जाती है, तब सूनेपन की आँधी...